मेरा जिस्म
----- सागर
जिस्म एक भट्टी है
सुलगता हुआ सा
कच्चा माल डाला जाता है
इस भट्टी के दिमाग में
और निकल आता है नयी चमकदार प्रोडक्ट
बरसों से यह वो सब उत्पादन करती रही
जो एक तहजीबी और सलीकेदार इंसानी जिस्म करता है
और करते-करते बेरंग हो गया यह भट्टी
फिर इसे शहर से दूर करने की कवायद की जाने लगी
ऊहापोह में भट्टी
मुंह बाए खरा है
आकाश की ओर
की या खुदा ---
मुक्ति दे!
जिस्म एक भट्टी है
सुलगता हुआ सा
कच्चा माल डाला जाता है
इस भट्टी के दिमाग में
और निकल आता है नयी चमकदार प्रोडक्ट
बरसों से यह वो सब उत्पादन करती रही
जो एक तहजीबी और सलीकेदार इंसानी जिस्म करता है
और करते-करते बेरंग हो गया यह भट्टी
फिर इसे शहर से दूर करने की कवायद की जाने लगी
ऊहापोह में भट्टी
मुंह बाए खरा है
आकाश की ओर
की या खुदा ---
मुक्ति दे!
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