दूसरों को
अपनी जीवन निर्धारण का फैसला सौंपने का
सामाजिक समानता का सपना रख लड़ते लड़ते
मुझे एहसास हो गया है कि धरती पर जब तक जीवन है
अन्याय होता रहेगा
बस अब लड़ने की भावना बनाये रखने की बात है
क्योंकि इधर से साथी कम हो रहे हैं.
यह पछतावे की आंच है जिसमें
झुलसकर महसूस हो रहा है कि हमने हौसले बढाने वाले वाले गीत नहीं लिखे
हमने मौके मुताबिक बात की, यह गलती की
पछतावा इसका है
कि हमारी लड़ाई में ठहराव आ गया था.
कि हमें सरपट दौड़ते घोड़ों से गिरते हुए भी उसके गर्दन के बाल पकड़ लेने थे
कि हमें अपने सबसे प्यारे तोते का कलेजे पर पत्थर रख कर गर्दन मरोड़ देना था.
किताबें जला देनी थी
मगर हम अच्छा पढने में रह गए.
यह पछतावे की आंच है
दोस्त के बहकावे में आकर
किया गया पहला हस्तमैथुन सा पछतावा
मुसलामानों की बस्ती में अपना झोपडी ना पहचान पाने का पछतावा
हमें लोगों से बहुत उम्मीद थी
और इस आस में समय रहते
हमने विरोध नहीं दर्ज कराया.
यह पछतावा है.
वहीँ, दूसरी तरह के लोगों ने
रात भर रिमांड पर रखने के बावजूद
अपने फाइल से मेरी गुमशुदगी की रिपोर्ट नहीं हटाई है.
और अब मिलते हर यातना पर पछतावा है.
यह शर्मनाक है कि सारी हदें हमने सिर्फ लिखने में तोड़ी.